नवरात्रि में रखें बिना डर के उपवास - An Overview



अगर आप केवल पतंजलि से बने उत्पाद को खरीदना चाहते हैं तो आप हमारे दिए गए लिंक से जाकर ख़रीद सकते हैं। पतंजलि एक नामी कंपनी है जो नेचुरल प्रोडक्ट का निमार्ण करती है। चलिए देखते हैं कि उनके वेबसाइट पर कौन कौन से प्रोडक्ट लिस्टेड हैं।

कूटू (एक प्रकार का अनाज) रोटी , उपवास के चावल (शामक चावल), उपवास चावल से डोसा, साबूदाना से बनाया व्यंजन, सिंघाड़ा का आटा, राजगीरा, रतालू , अरबी, उबले हुए मीठे आलू (शक्कर कंद) से बने व्यंजन, आदि।

खुजली को जल्दी रोकने के लिए डॉक्टरी इलाज का सहारा ले सकते हैं। साथ ही डॉक्टरी सलाह पर ऊपर बताए गए घरेलू नुस्खे को भी अपना सकते हैं।

बालतोड़ के कारण, लक्षण, इलाज और घरेलू उपचार

-व्रत के लंच और डिनर में संतुलित आहार लें.

बहुत ही फायदेमंद साबित हो सकते हैं



* उपवास में किसी भी फलाहार को बनाने के लिए घी, मूंगफली तेल, सनफ्लॉवर ऑयल का यूज कर सकते हैं।

सुदर्शन क्रिया से तन-मन को रखें हमेशा स्वस्थ और खुश !

आमतौर पर लोग मंत्रो को मात्र कुछ शब्दों की तरह देखते हैं परन्तु वो यह नहीं जानते की इन मन्त्रों की तरंगों में बहुत ताकत होती है।

त्वचा से जुड़े विकारों से आराम पाने के लिए मेथी के बीज का उपयोग किया जा सकता है। माना जाता है कि मेथी के बीज के मेथेनॉलिक अर्क में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जो इंफ्लेमेटरी रोग जैसे एक्जिमा के कारण होने वाली website सूजन को कम करने में सहायक हो सकते हैं।

अंतिम तीन दिनों के दौरान, आप एक पारंपरिक नवरात्रि आहार का पालन कर सकते हैं। स्वास्थ्य की स्थिति के मामले में यह सबसे अच्छा होगा अगर आप उपवास से पहले चिकित्सक से परामर्श करें और याद रखें कि आरामदायक स्थिति के साथ कर सके उतना ही करे।

गुलदाउदी चाय में बीटा कैरोटीन नाम का कंपाउंड पाया जाता है जो विटामिन ए में बदल जाता है और एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करता है। विटामिन ए बहुत जरुर विटामिन है जो त्वचा को फ्री रेडिकल से बचाकर रखते हैं। फ्री रेडिकल त्वचा में आकर बढ़ती उम्र के आसार को जल्दी से लेकर आते हैं। लेकिन अगर आपकी डाइट एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है तो आपकी त्वचा को फ्री रेडिकल के खतरे से बचाव मिलेगा। इसलिए कई सालो से गुलदाउदी चाय के फायदे त्वचा के लिए फायदेमंद साबित हो रहे हैं। गुलदाउदी चाय से त्वचा का आकार बना रहता है, लाल धब्बे नहीं होते हैं और खतरनाक बीमारी जैसे कि एक्जिमा और सोरायसिस होने के आसार भी कम हो जाते हैं। इसके अलावा बढ़ती उम्र के आसार जैसे कि झुर्रियाँ और धब्बे एंटीऑक्सीडेंट होने के कारण देर से आते हैं।

नेत्र स्वास्थ्य में सुधार: त्रिफला आंखों के लिए फायदेमंद है और मोतियाबिंद, खराब दृष्टि और ग्लूकोमा जैसी बीमारियों से बचने में मदद करता है.

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